बस्ती जनपद मे अवैध बालू खनन माफियाओं के खिलाफ सपा विधायक कई महीनों से लगातार शिकायत कर रहे है लेकिन यहाँ अधिकारियों व कर्मचारियों अवैध बालू खनन मे चूर है जो एक सपा विधायक के शिकायत को भी दरकिनार कर दे रहे है। विधायक ने बताया कि लगभग 1 महीनों से उपर हो गया है अवैध बालू खनन कराते हुए। और यह भी बताया कि प्रशासन और बालू माफिया की मिली भगत से सरकार को करोडो रुपये का राजस्व का नुक्सान भी किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि महीनों से चल रहा है अवैध बालू खनन का धंधा। जिसकी शिकायत मैंने जिलाधिकारी से करने के बाद भी अभी तक अवैध खनन रुकने का नाम नही ले रहा है रातों रात कई सैकड़ो डंपर अवैध बालू खनन मे लग जाते है जिससे यहाँ के किसानो का फसल भी बर्वाद हो रहा है। और इस अवैध बालू खनन से किसानो के खेतो पर भी आने वाले समय में बहुत बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। और जब बरसात होगी तो इस खनन से किसान का खेत सरयू नदी मे समा जायेगी। और ये बालू खनन माफियाओं के खौफ से अधिकारी कार्यवाही के लिए हिम्मत नही जुटा पा रहे है। यह खनन का टेंडर कही और का है और खनन कई किलो मीटर दूर किया जा रहा है। और खनन विभाग ने जियो टैग भी गलत तरीके से दिखा कर किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि खनन के लिए और कई विभागों से एनओसी लेना पड़ता है जो इन खनन माफियाओं के पास और अधिकारियों के पास नही है। इस खनन मे बड़े पैमाने में रुपयो का खेल है जिससे अधिकारी रुपये लेकर अवैध बालू खनन करवा रहे है।
वही बताया कि बरसात में कई गांव बाढ़ के घेरे में आ चुके थे इसको सरकार ने उस गांव को बचाने के लिए नदी के धारा को मोड़ने के लिए करोड़ों की लागत से ड्रेजिंग का कार्य कराया जा रहा है जो इस अवैध खनन से यह कार्य पूरी तरीके से फेल हो जाएगा और जिसमें महुआपार, गंगापुर व मइपुर के तीनों पुरवे सब कट जाएंगे और यहां पानी पानी ही नजर आएगा।
रिपोर्ट अमृतलाल