बरेली जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आम जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक एवं भूमि संरक्षण पर ध्यान आकर्षण करने के उद्देश्य से प्रभागीय वनाधिकारी के कार्यालय परिसर के बाहर पौध वितरण, पानी पिलाना एवं सिगनेचर कैम्पेन का आयोजन किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारीगण, स्टाफ एवं जन सामान्य को पौधे भेंट कर पौधे लगाने हेतु प्रेरित किया। साथ ही पर्यावरण बचाओ जीवन बचाओ का संदेश दिया।
जिलाधिकारी ने आम जनमानस को विभिन्न प्रजाति जैसे- तुलसी, कनेर, जामुन, सावनी, नींबू, पाकड, पीपल व बरगद आदि के पौधों का वितरण किया। पौध वितरण के साथ ही आम जनमानस को पक्षियों को पानी पिलाने के उद्देश्य से मिट्टी की प्याली व तश्तरी का भी वितरण किया गया। गर्मी से राहत दिलाने के लिये मिट्टी के कुल्हड़ व घड़े में पानी पिलाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी। मिटटी के बर्तन के उपयोग को बढ़ावा देने का प्रमुख उद्देश्य पर्यावरण से रासायनिक द्रव्यों से निर्मित बर्तनों के उपयोग को कम करना है।
कार्यक्रम स्थल को नीले व सफेद गुब्बारों द्वारा सजाया गया था जो कि ‘‘पानी बचाओ, भूमि बचाओ‘‘ के स्लोगन का प्रतीक रहे।
कार्यक्रम में गंगा समग्र संस्था एवं आई.एम.ए.क्लब के सदस्यों द्वारा प्रतिभाग कर कार्यक्रम में सहयोग किया गया। पौध वितरण के साथ ही लोगों को पर्यावरण बचाओ हस्ताक्षर अभियान से भी जोड़ा गया। सिग्नेचर कैम्पेन व सेल्फी प्वांइट कार्यक्रम के विषेश आकर्षण रहें।
मीडिया को सम्बोधित करते हुये मुख्य वन संरक्षक एवं प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा आम जनमानस से अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को संरक्षित करने की अपील की गयी।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक रूहेलखण्ड जोन विजय सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भण्डारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी अपूर्वा पाण्डेय, क्षेत्रीय वनाधिकारी हरीश सिंह मेहता, प्रभागीय कार्यालय का समस्त स्टॉफ, जिला गंगा समिति के परियोजना अधिकारी एवं गंगा संगम की गंगा सेविका गीता सिंह, विनीता खण्डेलवाल, मंजू सक्सेना, कीर्ति शर्मा, पुष्पांजलि शर्मा, जिला संयोजक सोमेन्द्र सिंह, अखिलेश सिंह, विवेक पटेल, अरविंद मौर्य व कुलदीप गौड़, ज्योति टंडन, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। उक्त के अतिरिक्त प्रभाग के मीरगंज, आंवला, फरीदपुर, बहेड़ी व नवाबगंज रेंजों में भी तालाब की साफ-सफाई के साथ पौधारोपण व भूमि संरक्षण से सम्बन्धित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट रूपेंद्र कुमार