शाहजहांपुर कलान कड़कती धूप शनिवार का समय, हर व्यक्ति ठंडे पानी के साथ ठंडी छांव का इंतजार करता है। कोई नीम तो कोई झोपड़ी की छांव में बैठकर चुनावी चर्चा की। इस बार लोकसभा सीट काफ़ी दिलचस्प है। एनडीए व इंडिया गठबंधन की चुनावी लड़ाई अब मैदान में आ चुकी है। लोकसभा चुनाव में हमेशा कांग्रेस का दबदबा रहा है। दैनिक भास्कर की टीम को गर्मी की मार से बचते हुए किसान गांव की एक झोपड़ी की छांव में बैठे मिले।
मोदी के नाम युवा करेंगे वोट।
स्थानीय सांसद अरुण सागर के खिलाफ लोगों का गुस्सा चुनावी समर के शुरू होते ही साफ महसूस होता दिखा था। ऐसे में मोदी नाम ही भाजपा की सियासी पतवार है। इसका कितना असर रहेगा, यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा। इस बार वोटर पांच सालों की भूली बिसरी यादों को देख अरुण सागर को वोट न करते हुए सिर्फ मोदी के नाम वोट करेंगे। बारांकला के ब्रजेश का कहना है की 5 सालों बाद अरुण सागर सिर्फ वोट मांगने आए कभी किसी की हारी परेशानी में शामिल नहीं हुए। अगर विकास की बात करें तो सांसद द्वारा विकास इस क्षेत्र में नाम मात्र के लिए किया गया है। भाजपा सरकार में पूर्व में रही सांसद कृष्णा राज ने बाराकला, खजुरी, परौर सहित कई मैंने जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगवा कर क्षेत्र को उजाला दिया था। जो कि वर्तमान सांसद के कार्यकाल के समय से ही क्षेत्र अंधेरे में है। शाहजहांपुर लोकसभा सीट 2014 से पहले कांग्रेस का गढ़ रहा। दशक सालों से यहां विपक्ष वनवास पर है। अब सवाल यही है कि इस बार विपक्षी दल सपा या बसपा क्या भाजपा के विजय रथ को रोक पाएंगे।
कलान क्षेत्र में यादव वोट बैंक ज्यादा है समीकरणों के हिसाब से परौर, कौमी, कुंडरिया,हरनोखा,खजुरी,रासानगरिया, बाराकला, पटनादेवकली सहित दर्जनों बूथ पर भाजपा मजबूत दिख रही है। वहीं हरनोखा, चौकिया, श्रीनगर, दसिया, गढ़िया छवि आदि बूथों पर सपा रफ़्तार में है। हरनोखा के कल्लू यादव का कहना है की भाजपा ने ग्रामीण स्तर के छोटे कार्य छोड़ बड़े कार्यो में दिलचस्पी दिखाई है। बड़े कार्यो से छोटे वर्ग के किसानों को कोई लाभ नहीं है। खजुरी गांव के राम नारायण सोलंकी ने कहा की भाजपा ने बहुत ही अनेक कार्य किए हैं जो अनगिनत हैं जिनकी प्रशंसा जितनी की जाए उतनी कम है क्योंकि मोदी और योगी ने जब से कार्यभार संभाला है। तब से लेकर अब तक काफी बदलाव हो चुका है।